काशी विश्वनाथ धाम में अपने मूर्त संकल्प को साकार प्रधानमंत्री भी देंखेंगे, तैयारी पूरी

-प्रधानमंत्री ने दिल्ली में विश्वनाथ कारिडोर के आर्किटेक्चर फॉर्मेट का किया अवलोकन

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को अपने मूर्त संकल्प को साकार रूप में खुद भी पूरे श्रद्धाभाव से निहारेंगे। इसके लिए प्रधानमंत्री बेहद उत्सुक हैं। उन्होंने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विश्वनाथ कारिडोर के आर्किटेक्चर फार्मेट का अवलोकन किया। इसके बाद ट्वीट कर धाम का भव्यतम फोटो साझा किया। सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र में आने के बाद काशी के कोतवाल काल भैरव का दर्शन कर प्रधानमंत्री खिड़किया घाट जाएंगे।

वहां से क्रूज द्वारा गंगा के रास्ते ललिताघाट स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पश्चिमी छोर पर बने जेटी पर उतरेंगे। यहां से रेंज रोवर कार द्वारा मंदिर तक जाने वाली स्वचालित सीढ़ियों से ऊपर पहुंचेंगे। यहां उतरने के बाद प्रधानमंत्री को गंगाजल सहित देश की अन्य पवित्र नदियों के जल का घड़ा सौंपा जाएगा। प्रधानमंत्री जल लेकर पैदल ही मंदिर चौक होते हुए सीधे बाबा के गर्भगृह में जाएंगे। वहां 11 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा महादेव का जलाभिषेक व विधिवत पूजन-अर्चन कराया जाएगा। इसके बाद ही प्रधानमंत्री धाम का लोकार्पण करेंगे।

धाम के लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री परिसर में भ्रमण कर उसकी छटा देखेंगे। इसके बाद वहां आयोजित अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इसके पहले धाम में प्रधानमंत्री के पहुंचने पर दयालु संस्कृत महाविद्यालय के 51 बटुकों द्वारा स्वस्ति वाचन होगा। मंदिर के गर्भगृह के बाहर 51 डमरू वादक डमरू निनाद कर बाबा को रिझाएंगे। प्रधानमंत्री जितनी देर बाबा के गर्भगृह में पूजा करेंगे। तब तक डमरू निनाद होता रहेगा। पूरे मंदिर परिसर में रेड कारपेट बिछाई गई है। प्रधानमंत्री गंगा नदी का पवित्र और निर्मल जल लेकर बाबा के गर्भगृह तक रेड कार्पेट पर चलकर पैदल ही जाएंगे।

-धाम के लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री गंगा में शाम को नौका बिहार करेंगे

श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री शाम को क्रूज में सवार होकर गंगा में नौकायन करेंगे। इस दौरान उत्तर वाहिनी गंगा के अर्द्धचंद्राकार घाटों की अविरल छटा देखने के साथ दशाश्वमेध घाट के सामने रुककर विश्व प्रसिद्ध सायंकालीन गंगा आरती भी देखेंगे। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भाजपा शासित 11 प्रदेशों के मुख्यमंत्री व 9 डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री के स्वागत में घाटों पर देव-दीपावली की तर्ज पर शिव दीपोत्सव होगा। लेजर शो व इलेक्ट्रिक आतिशबाजी की जाएगी। पूरे घाट किनारे के भवनों के साथ शहर के अंदर के चौराहों, सड़कों व भवनों, सार्वजनिक पार्कों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

-काशी के सात लाख घरों तक पहुंचेंगे सात लाख लड्डू

काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण को लेकर काशीवासियों में जबरदस्त उत्साह है। धाम के लोकार्पण के बाद काशी के सात लाख घरों तक प्रसाद का लड्डू पहुंचाने की तैयारियां पुरी है। इन लड्डुओं को 600 मजदूरोंं ने कड़ी मेहनत कर बनाया है। इसमें 14 हजार किलो बेसन, सात हजार किलो चीनी और सात हजार किलो घी का इस्तेमाल किया गया है। लड्डू बनाते समय साफ-सफाई और शुद्धता का भी विशेष ध्यान रखा गया है। लड्डू बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि उनका सौभाग्य है कि हमें ये कार्य मिला।

-धाम परिसर से लेकर गंगा तट तक लगाए जाएंगे सभी पूजित देव पौधे

काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के पूर्व ही इसे आनंदकानन का लघु स्वरूप देने का प्रयास किया गया है। दरबार में रुद्राक्ष, बेलपत्र, मदार, अशोक, पारिजात के पौधों और वृक्षों से सजाया जा रहा है।

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